बरसा नयनन से नीर नहीं। अबला बनकर क्यों पीर सही।। बरसा नयनन से नीर नहीं। अबला बनकर क्यों पीर सही।।
जीवन के इसी झमेले में मिल गया था कोई मेले में कुछ बातें हुईं थी अकेले में। जीवन के इसी झमेले में मिल गया था कोई मेले में कुछ बातें हुईं थी अकेले में।
कहीं ना होके भी वह हर जगह है होता। कहीं ना होके भी वह हर जगह है होता।
व्यवहार मृदु रख सबको ही,हम निज परिजन बनाएं, रहें सब ही मिल -जुल के, हंसें और हंसाएं। व्यवहार मृदु रख सबको ही,हम निज परिजन बनाएं, रहें सब ही मिल -जुल के, हंसें और ...
अब सहारा ढूँढती हूँ सच्चे परिवारों में अब सहारा ढूँढती हूँ सच्चे परिवारों में
माँ शब्द सबसे महान,घना बढाता प्यार। माँ शब्द सबसे महान,घना बढाता प्यार।